
ऑटोमोबाइल सेक्टर : Tata से लेकर Kia की मई 2025 में लॉन्च होंगी कई नई कारें
Tue, May 6, 2025
नई दिल्ली।
भारत में जनवरी 2025 से लेकर मई 2025 तक में बहुत सारी नई कारें लॉन्च हुई है और अब मई 2025 में बहुत सारे नई कार भारच में लॉन्च होने वाली है. इस महीने लॉन्च होने वाली नई गाड़ियों में Kia और Volkswagen समेत कई बड़ी कंपनियों की गाड़ियां होंगी. आइए हम आपको अपने इस आर्टिकल में मई 2025 की कुछ अपकमिंग गाड़ियों के बारे में बताते हैं.
Kia Clavis:
साउथ कोरिया की कार कंपनी किआ इस महीने भारतीय मार्केट में एक नई कार लॉन्च करने जा रही है, जिसका नाम Kia Clavis होगा. यह कार किआ की एक पुरानी गाड़ी 'Kia Carens' का नया वर्ज़न होगा. किआ की इस नई SUV को भारत में 8 मई को लॉन्च किया जाएगा. कंपनी ने हाल ही में अपनी इस गाड़ी का टीज़र लॉन्च किया था. इस गाड़ी में ADAS लेवल 2 (एडवांस्ड ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम), एलईडी प्रोजेक्टर हेडलैंप और एलईडी डे-टाइम रनिंग लाइट्स, पैनोरामिक सनरूफ और फुली डिजिटल ड्राइवर डिस्प्ले मिलने वाला है.
Tata Altroz Facelift:
इस लिस्ट में दूसरी गाड़ी भारतीय कार कंपनी टाटा की है. टाटा 22 मई को भारत में एक नई Tata Altroz Facelift लॉन्च कर सकता है. यह कंपनी की प्रीमियम हैचबैक का पहला फेसलिफ्ट या अपडेटेड मॉडल होगा. कार विशेषज्ञों के अनुसार टाटा की इस नई Altroz फेसलिफ्ट के बाहरी हिस्से पर कई बदलाव देखने को मिल सकते हैं. उदाहरण के तौर पर इसमें नए डिजाइन वाला बंपर, नए अलॉय व्हील्स के साथ-साथ एम्बिएंट लाइटिंग दी जा सकती है. इसके अलावा कार के अंदर की तरफ नया नया स्टीयरिंग व्हील और नई इंटीरियर कलर थीम्स दिए जा सकते हैं.
MG Windsor EV:
इस लिस्ट में एक इलेक्ट्रिक व्हीकल का नाम भी शामिल है. ब्रिटेन की कार कंपनी एमजी मोटर जल्द ही अपनी इलेक्ट्रिक कार विंडसर को बड़ी बैटरी कैपेसिटी के साथ भारतीय बाजार में लॉन्च कर सकती है. इस वक्त इंडियन मार्केट में यह कार 38 kWh बैटरी के साथ उपलब्ध है. कंपनी ने हाल ही में इस कार को 50.6 kWh बैटरी के साथ इंडोनेशियाई मार्केट में लॉन्च किया था. अब ऐसा माना जा रहा है कि कंपनी भारत में भी इस कार का बड़ी बैटरी वाला वर्ज़न लॉन्च कर सकती है, जो करीब 460 किलोमीटर की रेंज दे सकती है. इसकी कीमत 14 से 16 लाख रुपये के बीच में हो सकती है.
Volkswagen Golf GTi:
भारत की लीडिंग कार कंपनियों में से एक फॉक्सवैगन भी जल्द ही भारत में एक शानदार कार लॉन्च कर सकती है. इस कारण को पूरी तरह से विदेश में बनाया जाएगा और यहां इंपोर्ट किया जाएगा. इसकी कीमत 50 लाख रुपये से ज्यादा हो सकती है. Golf GTi का भारतीय वेरिएंट 2.0-लीटर टर्बो-पेट्रोल इंजन के साथ आता है, जो 60 BHP की पावर और 370 NM का टॉर्क प्रॉड्यूज़ करता है. इस इंजन को 2.0-लीटर टर्बो-पेट्रोल इंजन के साथ आता है.

: सरकारी झटकाः ईवी सहित सभी पुराने वाहन होंगे महंगे!
Wed, Dec 18, 2024
पुराने वाहनों पर 18 प्रतिशत बढ़ सकती है जीएसटी
-21 दिसम्बर को जीएसटी काउंसिल की बैठक में फ़ैसला सम्भव
-पुराने वाहनों के खरीददारों को सरकार झटका देने की तैयारी में
-पुराने वाहनों पर 12 की जगह 18% हो सकतीं हैं जीएसटी की दरें
कुमार सौवीर, नई दिल्ली।
भारत में पुराने और इस्तेमाल किए गए वाहनों का बाजार पिछले कुछ सालों में तेजी से बढ़ा है। पुराने वाहनों को खरीदने वाले उपभोक्ताओं के लिए यह एक सस्ता विकल्प होता है, जिससे वे कम कीमत पर अच्छा वाहन प्राप्त कर सकते हैं। हालांकि अब यह सेक्टर महंगा हो सकता है।दरअसल, जीएसटी काउंसिल अगले कुछ दिनों में पुराने और इस्तेमाल किए गए वाहनों पर जीएसटी दर को 12% से बढ़ाकर 18% करने पर विचार कर सकती है। जीएसटी काउंसिल की फिटमेंट कमेटी ने पुराने वाहनों पर जीएसटी दर बढ़ाने की सिफारिश की है, जिसे 12% से बढ़ाकर 18% किया जा सकता है। यह परिवर्तन पुराने और इस्तेमाल किए गए वाहनों के लिए लागू हो सकता है, और इसका असर इलेक्ट्रिक वाहनों पर भी पड़ सकता है।वर्तमान में, इन वाहनों पर जीएसटी की दर सप्लायर के मार्जिन के आधार पर तय होती है, जिससे टैक्स का बोझ अपेक्षाकृत कम होता है। लेकिन अब इस दर में बढ़ोतरी का प्रस्ताव है, जिससे पुराने वाहनों की कीमतों में वृद्धि हो सकती है। इलेक्ट्रिक वाहनों पर प्रभाव इसके अलावा, इलेक्ट्रिक वाहनों पर भी बदलाव हो सकता है। वर्तमान में, नए इलेक्ट्रिक वाहनों पर 5% जीएसटी लगता है, ताकि इस क्षेत्र में ग्रोथ को बढ़ावा दिया जा सके।लेकिन सेकेंड-हैंड ईवी पर अगर 18% जीएसटी लागू किया जाता है, तो यह इन वाहनों को और भी महंगा बना सकता है।खासकर उन ग्राहकों के लिए यह एक बड़ा झटका हो सकता है, जो सस्ते में सेकेंड-हैंड ईवी खरीदने का विचार कर रहे हैं। इस बदलाव से सेकेंड-हैंड ईवी वाहनों की बिक्री कम हो सकती है, और यह मार्केट के आकर्षण को भी प्रभावित कर सकता है। पुरानी गाड़ियों की मरम्मत इससे पहले से ही, सेकेंड-हैंड वाहनों के मरम्मत और रखरखाव के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले इनपुट पार्ट्स और सर्विसेज पर 18% जीएसटी लागू होता है। इसका मतलब यह है कि पहले से ही इन वाहनों की रखरखाव लागत में बढ़ोतरी हो चुकी है। यदि जीएसटी दर बढ़ाई जाती है, तो यह और भी अधिक महंगा हो सकता है, जिससे इन वाहनों की कुल कीमत में और इजाफा होगा।इस बदलाव से सेकेंड-हैंड वाहनों के खरीदारों की संख्या में गिरावट आ सकती है, और वाहन की बिक्री पर इसका नकारात्मक असर हो सकता है। अभी जो जीएसटी दरें लागू हैं, उनमें 1200 cc या उससे अधिक की इंजन क्षमता वाले पेट्रोल, एलपीजी और सीएनजी से चलने वाले वाहनों पर 18% जीएसटी लगता है। इसी तरह, 1500 सीसी या उससे अधिक इंजन क्षमता वाले डीजल वाहनों पर भी 18% जीएसटी है। इसके अलावा, 1500 सीसी से अधिक इंजन क्षमता वाली स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल्स पर भी 18% जीएसटी लागू है। ऐसे में, अगर सेकेंड-हैंड वाहनों पर जीएसटी दर बढ़ाई जाती है, तो यह इन वाहनों के लिए मौजूदा टैक्स ढांचे के अनुरूप हो सकता है।यह बदलाव सेकेंड-हैंड इलेक्ट्रिक वाहनों के बाजार के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता है, क्योंकि इससे उनका आकर्षण कम हो सकता है। जीएसटी काउंसिल की 55वीं बैठक 21 दिसंबर को राजस्थान के जैसलमेर में आयोजित होने जा रही है। इस बैठक में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और राज्य वित्त मंत्रियों के साथ अन्य अधिकारी भी हिस्सा लेंगे। इस बैठक में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर विचार-विमर्श किया जा सकता है, जैसे कि टर्म लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी पर जीएसटी में बदलाव, हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम पर छूट, जीएसटी स्लैब की समीक्षा, और पुराने वाहनों पर जीएसटी दर में वृद्धि पर चर्चा की जा सकती है।इस बैठक के दौरान, पुरानी और इस्तेमाल किए गए वाहनों के बाजार पर असर डालने वाले कई बड़े फैसले किए जा सकते हैं। अगर पुराने वाहनों पर जीएसटी दर बढ़ाई जाती है, तो इसका असर भारतीय वाहन बाजार पर व्यापक रूप से पड़ सकता है। पहले से ही जीएसटी की दर 18% लग रही है, लेकिन अगर इसे बढ़ाकर 18% किया जाता है, तो यह ग्राहकों को पुराने वाहनों की खरीदारी में झटका दे सकता है। खासकर उन लोगों के लिए जो अपनी पुरानी कार या बाइक को बेचने के बाद दूसरी सेकेंड-हैंड वाहन खरीदने की योजना बना रहे थे। इसके अलावा, यह इलेक्ट्रिक वाहनों के सेकेंड-हैंड बाजार के लिए भी एक चुनौती हो सकता है, क्योंकि इससे उनके लिए आकर्षण कम हो सकता है।

: इलेक्ट्रिक स्कूटर तो ठीक, पर बैटरी की कीमत जानकर लें
Sat, Dec 7, 2024
इलेक्ट्रिक स्कूटर में सबसे बड़ा खर्च बैटरी का
नई दिल्ली।
भारतीय मार्केट में इलेक्ट्रिक स्कूटर की मांग बढ़ी है। दरअसल, यह पेट्रोल से चलने वाले स्कूटरों से काफी किफायती होने के साथ ही पेट्रोल भरवाने का झंझट नहीं होता है, जिसकी वजह से लोग खर्च में भारी बचत करते हैं। इन्हें बस चार्जिंग की जरूरत होती है जो बहुत सस्ती होती है। हालांकि, इलेक्ट्रिक स्कूटरों पर सबसे बड़ा खर्च बैटरी का होता है। अगर स्कूटर की बैटरी खराब हो जाए तो उसे बदलवाना काफी महंगा साबित होता है। जिसे देखते हुए हम यहां पर आपको बता रहे हैं कि इलेक्ट्रिक स्कूटर की नई बैटरी कितने में आपको पड़ेगी।
EVIndia ने शेयर की बैटरियों की कीमत
हाल ही में EVIndia ने मार्केट में मिलने वाले कुछ पॉपुलर इलेक्ट्रिक स्कूटरों की बैटरी की कीमत की जानकारी शेयर की है। इन इलेक्ट्रिक स्कूटरों में Ather Rizta, Ather 450X, TVS iQube, Vida V1 और Bajaj Chetak स्कूटर की बैटरी की कीमतों के बारे में बताया है। आइए जानते हैं कि इनकी बैटरी कितने में आती है।
Ather 450X और Rizta की बैटरी कीमत
Ather 450X के 2.9 kWh बैटरी पैक मॉडल की नई बैटरी की कीमत 65,000 रुपये से लेकर 70,000 रुपये के बीच है। वहीं, Ather 450X के 3.7 kWh बैटरी पैक मॉडल की बैटरी की कीमत 80,000 रुपये के आसपास है। एथर के नए इलेक्ट्रिक स्कूटर रिज्टा की बात करें तो इसकी बैटरी रिप्लेसमेंट की कीमत 65,000 रुपये से लेकर 80,000 रुपये तक है।
Vida की बैटरी कीमत
हीरो की इलेक्ट्रिक स्कूटर Vida दो वेरिएंट के साथ आती है, जो V1 Pro और V1 Plus है। Vida V1 Pro की बैटरी रिप्लेस करने की कीमत करीब 85,000 रुपये और V1 Plus की बैटरी की कीमत 75,000 रुपये तक है।
TVS iQube की बैटरी कीमत
TVS की iQube इलेक्ट्रिक स्कूटर कई वेरिएंट के साथ आती है। टीवीएस आईक्यूब के स्टैंडर्ड मॉडल की बैटरी कीमत की बात करें तो यह 60,000 रुपये से लेकर 70,000 रुपये के बीच आती है। वहीं, TVS iQube ST की नई बैटरी की कीमत करीब 90,000 रुपये तक है।
Bajaj Chetak की बैटरी कीमत
बजाज का इलेक्ट्रिक स्कूटर Chetak दो बैटरी पैक वेरिएंट के साथ आता है, जो 2.8kWh (Chetak 2901) और 3.2kWh (Chetak 3201) है। अगर आपको इन स्कूटरों में बैटरी रिप्लेसमेंट की जरूर पड़ जाए तो आपको 60,000 रुपये से 80,000 रुपये तक का खर्च करना पड़ सकता है।